Wednesday, January 9, 2008

नसीब

ज़रूरत तो उसकी जान से भी ज़्यादा है
पर वो मेरे नसीब में नही है,
दील पे लीखा है सिर्फ़ उनका नाम
पर उसके हाथों में मेरी लकीर ही नही है

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